Chandrayaan 2 क्या है, ओर चंद्रयान की पूरी जानकारी हिन्दी मे

भारतीय chandrayaan 2 अभियान क्या है, क्या आप लोग इन्टरनेट पर chandrayaan 2 के बारे मे ही जानकारी जानना चाहते है, अगर आप की हाँ है, तो आप लोगो को इस पोस्ट को अंतक पढ्न होगा, क्योकि आज की इस पोस्ट के अंदर भारतीय chandrayaan 2 अभियान की पूरी जानकारी हिन्दी मे दे रहा हु, चलिये जादा देरी ना करते हुए चलते है अपने टॉपिक पर,

भारत के कुछ पुराने जामने की बात करे तो भारत दूसरे देशो पर निर्भर रहता था, क्योकि जोभी अंतरीछ से संबधित Mission के लिए, लेकिन आज के समय मे भारत बहुत बदल गया है, क्योकि Mission Mangal की सफलता के बाद भारत के वैज्ञानिक को के अंदर नया उतसहा बन गया है, अब भारत के वैज्ञानिक कुछ असे काम कर रहे है की उनको देखकर दूसरे देश भी अचभित हो रहे है,

Chandrayaan 2 भारत का दूसरा Mission है, जो भारत के अंदर कुछ ही महीनो पहले Launch क्या गया है, Chandrayaan 2 को Launch करने वाले का नाम श्रीहरिकोट है जो भारत का ही व्यक्ति है, ओर ये सफलता पूर्वक वहां पर पहंच भी चुका है, लेकिन इसके कुछ Landar सही तरहे से काम नहीं कर रहे है, ओर इसलिए ये एक Successfully Land नही बन पाया,

लेकिन अब भी इसकी कुछ चीजे सही से काम कर रही है, जो लगातार ISRO को Research center को डाटा देती है, Chandrayaan 2 Mission की बहुत सी असि बाते है जो आप लोगो के समझ मे नहीं आए होंगी, लेकिन आज के इस Artical मे Chandrayaan 2 के बारे मे सभी जानकारी प्रदान करूंगा, जो आप के लिए बहुत helpfull होगी,

Chandrayaan 2 क्या है (what is Chandrayaan 2 hindi)

Operating System क्या होता है, ओर OS कैसे काम करता है,

Chandrayaan-2 भारत का दूसरा Lunar मिशन है, इस mission के दोरान भारत south pole के इलाको मे अपनी research करने का परयास कर रहा है, जहा पर आजतक कोई ओर देश नही बोहोच पाया है,

इस mission के दोरान landar Vikram पहली site से चूक गया, ओर उसको दूसरी site पर जाना पड़ा, ओर उसको landing करते समय उसका संपर्क टूट गया ओर इस तरहे से visuals का आना जान बंद हो गया,

ISRO के chif k sivan ओर Vikram Landar से communication होना टूट गया, ओर अब भी वैज्ञानिक पता लगाने की कोसिस कर रहे है, ओर साथ है उसका data को recover की कोशिश कर रहे है,

अगर भारत इस mission को पूरा कर लेती है तो भारत world के चोथा नंबर का देश बन जाए गा, जो चाँद पर अपनी landig कर चुके है, लेकिन हम आपको बता दे की दूनया के अंदर तीन देश असे है जो चाँद पर landig कर चुके है, USSR, US, China, लेकिन इनको बहुत मेहनत करनी पढ़ी थी।

Chandrayan 2 कब lunch होने वाला था

चंद्रयान 2 को 2011 मे lunch करने वाले थे, जोकि Russian-made land ओर rover चाँद पर जाने वाले थे,

लेकिन उस समय Russia ने माना कर दिया, जिससे ISRO ने खुद से landar ओर rover तयार करना पड़ा, इसको तयार करने मे 8 साल लग गया,

नोट :- भारत का पहला mission जो chandarayaan-1 को 2008 मे launch क्या गया था, जिसके अंदर Lunar orbiter ओर impactor था, ओर इसमे कोई Rover नही था,

Chandrayaan 2 को कहाँ से launch किया गया है,

चंद्रयान 2 को 22 जुलाई 2019 को भारत के आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोट से सतीश धवन SHAR: SDSC-SHAR जो Geosynchronous satellite launch vehich-GSLV mark 3 से सफल क्या गया है,

नोट :- chandranyan 2 को जुलाई 15 को लौच करने वाले थे लेकिन कुछ टेक्निकल problem आने की वजहे से इसको 22 जुलाई 2019 को launch किया गए है,

चंद्रयान 2 केसे काम करेगा

जेसे की rocket ऊपर आसमान मे चला जाएगा, तब fairing process चालू होगी, ओर orbiter-lander module नजदीक पाँच complex manoeuvres की एक series तयार करेगी जो पृथ्वी के चरो ओर घूमेगी ताकि वो एक momentum build up केआर पाये ओर खुद को slingshot के जरये चाँद के पास जाकर काम कर सके,

जब Duo चाँद के के अंदर capture करेगा ओर lander कुड़को अलग कर देगा orbiter से वो soft landing कर सके ओर rover को भी release कर देगी ताकि चाँद की सतह पर research कर सके,

Chandrayaan 2 को Launch करने का क्या कर्ण है

ISRO का पूरा नाम (Indian Space Research Organisation) होता है, ओर lunar mission chandrayaan 2 का पहला असा mission होगा जोकि आजतक कोई ओर देश नही कर पाये ओर भारत देश इस mission को पूरा करने पर एक भारत नंबर 1 पर होगा,

इस mission का ये उद्देसी है की चंद्रमा पर क्या है ओर उकसी पूरी जानकारी के लिए ये mission को तयार क्या है, इस mission से भारत है नही बल्कि पूरी दूनया को फाइदा होगा,

chandrayaan 2 के साउथ पोले को Explore करने का क्या कर्ण है,

चंद्रयान 1 से वैज्ञानिक को ये पता चला है की चंद्रमा के कुछ जगहै पर पानी है, फिर वैज्ञानिक इसकी पूरी जानकारी को अच्छे से research करने लगे ओर चंद्रयान 2 को launch किया है,

Lunar south pole काफी रोचक है, क्योकि वाहा का ज्यादा area ज्यादा तर shadown होता है,

South pole region मे ज्यादा craters होते है, जो cold traps होते है, ओर fossil record मिलने के ज्यादा chance होते है,

chandrayaan 2 भेजने का क्या कर्ण है

chandrayaan 2 भेजने के बहुत सारे कर्ण है लेकिन आज मे कुछ मुख्य कारणो के बारे मे बताने वाला हु

  1. चंद्रयान सबसे अहम बात पानी की खोज करना है,
  2. दूरी बात यह है की lunar South Pole के pass आजतक कोई भी ना जा पाया, इसलिए वैज्ञानिक का कहना है की यह पीआर पानी पाने का ज्यादा chanc है
  3. ओर Lunar topography, mineralogy, elemental abundance, or lunar exosphere पढ़ाई कर पाये
  4. ओर यह पर crater है जहा हमको fossil मिलने की उम्मेद है, early solar system की पूरी जानकारी मिलने की उम्मेद है,

 

चंद्रयान 2 स्पेसल क्यो है,

चंद्रयान 2 दूनया का पहला sky mission है, चंद्रमा पर सरल तरीका से Landing करेगा, ओर जो south polar region है, ओर ये भारत की पहली sky mission है, जो दूनया के नंबर 1 देशो मे से एक माना जाएगा,

चंद्रयान 2 aircraft के components कोन कोन है,

चंद्रयान 2 के spacecraft के वजन की बात करे तो लगभग 3.8 tonne है, ओर इसके तीन Modules है, जिनका नाम है, -( Vikram) orbiter, Lander, ओर (pragyan)Rover,

Orbite ओर lander modules को mechanically interfaced किया जाएगा, ओर इनको एक साथ रखा जाएगा ताकि integrated module के रूप मे बनाए जाए,ओर इसको GSLV MK- III Lanuch vehicle के भीतर रखा जाए गा, जेसे की rover को Lander के अंदर रखा जाएगा, लेकिन बाद मे इनको आगे जाकर अलग क्या जाता है,

GSLV MK- III को launch होने के बाद earth-bound orbit मे है, ओर इसकी integrated module चंद्रमा orbit मे जाकर orbiter propusion module को use किया जाए गा,

ओर फिर orbiter से Lander अलग हो जाए गा, ओर फिर जाकर soft land करेगा, जेसे की scientifice expentifice सिथित होगा, orbiter, lander, ओर rover से mineralogic ओर elemental studies करने वाला है, चाँद के ऊपर जाकर,

चंद्रयान 2 paylod की पूरी जानकारी जानते है,

हमे उम्मेद है की जो जानकारी हमने आपको ऊपर दी है इतने आप जान चुके होंगे, लेकिन अब हम जनेगे की chandrayaan 2 के कोन-कोन से हिस्से है ओर ये केसे काम कर्ता है,

1, Rover

चंद्रयान मे डाला गया rover का नाम pragyan है, लेकिन इसके बोर्ड के अंदर दो instruments होंगे,

जब चंद्रमा पर पोहोच जाए गा तो ये चाँद के सतह को instrument test करेगा, mineral ओर chemical compositions को वह की मिट्टी से, ओर south pole से जो भी चीज को देखे गा उसको जमीन पर भेजेगा,

लेकिन हम आप को बता दे ये सबसे पहले information को चाँद से लेकर पहले Vikram lander पर भेजेगा, फिर lander सभी data को Orbiter को भेजेगा, फिर orbiter से ISRO CENTER को भेजेगा, इस सब काम को करने के लिए कम से कम 15 min, लग सकती है,

2, Lander

चंद्रयान 2 मे Lander का नाम Vikram. ISRO है जो भारत के Space Program के father Vikramsarabhai के नाम पर reg. क्या है,

इस Lander मे पाँच पेर ओर तीन Instruments onboard है, ओर जोकि Radio Anatomy ऑफ चाँद Bound Hypersensitive Ionosphere ओर इसमे एक Atmosphere probe ओर इनकी density को मेंटेन रखेगा, ओर इसमे हो रहा बदलाव को भी,

ओर Chandra surface thermophysical Expermiment के use से चाँद के south pole के चारो तरफ को thermal temperature को मापेगा,

3. Orbiter

चंद्रयान 2 orbiter को चाँद के नजदीक रखा जाएगा, कम से कम 100 km ऊपर ओर इसमे 8 Instruments onboard होगा,

Rocket मे load क्या है लेकिन इसमे एक imaging infra-red Spectometer जा हमरी help करेगा ओर इसका असली काम होगा rover से data को लेकर ISRO Centre तक पहुंचाना मे help कर्ता है, ओर इसको बनाया Hindustan Aeronautics Limited ओर उसी दोरान ISRO को launch किया गया था सन 2015 मे

Vikram ओर Pragyan क्या है ओर ये केसे काम करते है

जेसे की आप लोगो ने देखा होगा 7 सितंबर 2019 भारत ने soft landig करने की कोशिश की थी चाँद की जमी पर ओर लोगो की नजर Landar Vikram, ओर Rover, Pragyan पर थी,

ओर इसको 1,471 kg Vikram को reg. किया गया था, ओर Vikram sarabhai के ऊपर जो Indian Space progrme जो की इसको designed क्या गया है,ताकि चाँद के सतह पर आर्म से landing कर पाये,

Chandrayaan 2 इसका वजन 27 kg है, जिसको snskrt मे wisdom कहा जाता है, इसको कम से कम 500 मीटर तक चलाया जा सकता है, ओर ये Solar Energy का use function होने के लिए,

चंद्रयान 2 vikipidya

 

चंद्रयान 2 कोनसा launch vehcale को use किया है

चंद्रयान 2 GSLV Mk- III को use किया है, जोकि three-stage vehicle भारत का सबसे Powerfull launcher है ओर आज के समय ये बहुत ही अच्छा है, जो करीब 4 tone class की satellites को geosyncher Transfer Orbit मे launch करने वाला है,

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1, चंद्रयान 2 की कीमत कितनी है,

चंद्रयान 2 मे लाग्ने वाली लागत लगभग Rs. 1000 करोड़ है, ओर इसके साथ GSLV MK- III की कीमत लगभग Rs. 375 करोड़ की है, ओर बाकी लागत Satellite की है,

2, चंद्रयान 2 कितने दिनो मी चंद्रमा पर land करेगी

चंद्रयान 2- 7 सितंबर 2019 को चंद्रमा पर land कर चुकी है, लेकिन अभी तक landing Successsful नही हो पाई है,

3, चंद्रयान 2 ओरो से क्यो अलग है

चाँद पर भारत से पहले कुछ ओर देश शो ने land किया था US, Russia, ओर China ने, लेकिन इस mission बात करे तो ये चाँद के उस हिस्से मे जायगा जहाँ पर कोई भी नही जा पाया है, south pole की तरफ जायगा यह एक बहुत खतरनाख इलाका है,

4, चंद्रयान 2 मे कितने लोग है,

चंद्रयान 2 मे कोई इंसान नही है

5, चंद्रयान 2 कितनी तेज चलता है

चंद्रयान 2 की speed 21,600 kmph है, ओर जब ये land कर्ता है तो इसकी speed को 7 kmph कम कर दिया गया था,

6, चंद्रयान 2 चाँद पर कितने दिन के अंदर पहंचेगा,

चंद्रयान 2 को चाँद पर जाने मे 29 दिन लग गए थे, जेसे की 20 अगस्त 2019 को ये चाँद पर पहोचा था,

7, चंद्रयान 2 मे कोई इंसान गया है

चंद्रयान 2 मे कोई इंसान नही गया है, इसमे एक robot गया है,

8, चंद्रयान 2 मे कोनसा ईंधन का उपयोग किया गया है,

चंद्रयान 2 मे fuels का प्रयोग किया गया है,

  • Uh25 (fuel) filling liquid core stage L110
  • N2O4 (fuel) filling liquid core stage L110
  • Liquid Oxygen (fuel) filling cryogenic stage C25
  • Liquid Hydrogen (fuel) filling cryogenic stage C25

9, चंद्रयान 2 ने photo भेजना सुरू क्या है या नही,

चंद्रयान 2 ने photo भेजनी 4 august 2019 से ही सुरू करदी थी

10, चंद्रयान 2 का fule कितना है

चंद्रयान 2 का fule Carrying Capacity है 100 kg है,

11, चंद्रयान 2 फले माना जाएगा

चंद्रयान 2 को फेल नही माना जाएगा क्यो की ये 95% सफल रहा है,

12, चंद्रयान 2 को बनाने मे कितना time लगा है,

चंद्रयान 2 बनाने मे लगभग 10 साल लगी है,

13, चंद्रयान 2 mission की मंजूरी केबी दी

चंद्रयान 2 mission की मंजूरी 12 नवंबर 2007 को रूस ओर भारत ने मिलकर काम start क्या था लेकिन बाद मे रूस ने काम करना बंद कर दिया फिर भारत ने खुदी इसको बनाया है,

14, चंद्रयान 2 संपर्क मे आता है या नहीं

चंद्रयान 2 को lander Vikram मे संपर्क करने की कोई आसा नही है, लेकिन orbiter अब भी सही तरहे से काम कर रहा है,

15, चंद्रयान 2 को बनाने मे कितने वैज्ञानिक थे ओर भारत के किन किन राज्यो से है,

चंद्रयान 2 को बनाने के लिए राज्य आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिल नाडु, उतर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, बिहार, केरल, कर्नाटक, etc, है,

हमारा भारत देश बहुत आगे बड़ रहा है,

Final Word

इस article में, हमने आपको चंद्रयान 2 की पूरी जानकारी देने की पूरी कोशिश की है कि भारतीय chandrayaan 2 अभियान क्या है। आशा है कि आप इस पोस्ट में क्या serch कर रहे हैं।

फिर भी, आपके मन में कोई भी सवाल है, तो हमसे पूछने के लिए comment Box मे आपके लिए हमेशा खुला है। हमारी सहायता टीम निश्चित रूप से आपकी help करेगी।

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